एक लाख का इनामिया बदमाश ज्ञानचंद्र पासी मुठभेड़ में ढेर; गोंडा, बहराइच और बाराबंकी में था मोस्ट वांटेड

Most Wanted Gyan Chand Pasi Killed in Encounter

Most Wanted Gyan Chand Pasi Killed in Encounter

Most Wanted Gyan Chand Pasi Killed in Encounter: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. मंगलवार रात बाराबंकी जिले के रामनगर थाना क्षेत्र में एसटीएफ और कुख्यात अपराधी ज्ञानचंद्र पासी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें वह घायल हो गया. ज्ञानचंद्र पासी के ऊपर हत्या, डकैती, चोरी, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट समेत 70 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. गोंडा जिले का यह शातिर अपराधी लंबे समय से फरार चल रहा था और उस पर पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था.

मुरादाबाद से बाराबंकी पहुंचे एसटीएफ के जवानों ने मंगलवार देर रात घेराबंदी कर ज्ञानचंद्र पासी को पकड़ने का प्रयास किया. खुद को घिरता देख उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ की गोली लगने से वह घायल हो गया, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. पुलिस को मौके से एक अवैध 32 बोर पिस्टल, एक राइफल 315 बोर और 12 बोर की बंदूक सहित भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं.

गोंडा, बहराइच और बाराबंकी में फैला था जाल

ज्ञानचंद्र पासी गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव का निवासी था और 1996 से ही आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था. उसके खिलाफ गोंडा, बहराइच और बाराबंकी जिलों में हत्या, लूट, डकैती, गोलीबारी, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हैं.

उसे पकड़ने के लिए पहले 25 हजार, फिर 50 हजार और अंततः एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था. 24-25 अप्रैल की रात उसने अपने साथियों के साथ डकैती की एक घटना को अंजाम देते हुए एक युवक की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से वह पुलिस के निशाने पर था. एसटीएफ की इस कार्रवाई से गोंडा और आसपास के इलाकों में दहशत फैलाने वाले अपराधियों को बड़ा झटका लगा है.

25 सालों से फरार था ज्ञानचंद्र पासी

निरीक्षक अरुण कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक अतुल चतुर्वेदी, मुख्य आरक्षी राम निवास शुक्ला, मुख्य आरक्षी राजीव कुमार की लहदारा मोड़ के पास लोहटी जेई जंगल में ज्ञानचंद्र पासी के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें ज्ञानचंद्र गोली लगने से घायल हो गया था. बता दें कि ज्ञानचंद्र पासी एक लाख का इनामी बदमाश होने के साथ-साथ 25 सालों से पुलिस के साथ चुका-छिपी का खेल खेल रहा था.